शेयर बाजार में निवेश और फायदा करने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का राजफाश हुआ, चार गिरफ्तार

इंदौर
शेयर बाजार में निवेश और फायदा करने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का राजफाश हुआ है। एमआईजी पुलिस ने कमीशन पर खाते उपलब्ध करवाने वाले चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मास्टर माइंड फरार हो गए जो इंदौर के अनूप नगर में बैठकर देशभर के निवेशकों को ठग रहे थे। एसीपी (आईपीएस) नरेंद्र रावत के मुताबिक, बुदावा प्रयागराज (उप्र) निवासी मोहम्मद इमरान इकबाल अहमद ने शिकायत दर्ज करवाई है।

निजी कंपनी में नौकरी करने वाले इमरान को 11 जून को अनुष्का नामक युवती ने कॉल लगाया था। युवती ने बताया कि उसकी कंपनी बालाजी इक्विटी डाटइन शेयर बाजार में निवेश करवाती है। इसके बाद राशिद और सद्दाम नामक व्यक्तियों ने कॉल लगाकर मुनाफा संबंधित जानकारी दी। आरोपितों ने 10 जुलाई को इमरान का डीमेट अकाउंट खोल लिया। अलग-अलग किस्तों में चार लाख 75 हजार रुपये खातों में जमा करवा लिए। कुछ समय बाद इमरान को खाते में 14 लाख रुपयों का मुनाफा नजर आने लगा। रुपये निकालने की कोशिश की तो असफल रहा।

30 प्रतिशत कमीशन मांगा
कंपनी के कर्मचारियों ने कहा कि 30 प्रतिशत कमीशन जमा करवाने पर रुपये निकाल सकता है। इससे इमरान को शक होने लगा। कंपनी द्वारा खोले गए खाते की जानकारी लेकर वर्ली (महाराष्ट्र) गया तो पता चला कि खाता ही फर्जी है।

दो आरोपित हो गए फरार
इमरान ने जोन-2 के डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा को शिकायत कर दी। एमआईजी पुलिस ने कॉल डिटेल, लोकेशन और खातों के आधार पर अनूप नगर में दबिश दी लेकिन मुख्य आरोपित अरबाज और फराज फरार हो गए। पुलिस ने राऊ क्षेत्र से खातों की सप्लाई करने वाले आरोपित चेतन राठौर, जितेंद्र सिंह चौहान, आसिफ अंसारी और निखिल सिंह चौहान को गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपित पूर्वांश पंड्या का नाम भी सामने आया है। एसीपी के मुताबिक, आरोपितों के खातों में लाखों रुपयों का ट्रांजेक्शन मिला है। आरोपित पूर्व में भी फर्जीवाड़ा में गिरफ्तार हो चुके हैं।

Previous post

मुख्यमंत्री डॉ. यादव उज्जैन में करेंगे धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व संचालनालय का शुभारम्भ

Next post

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेश में किशोरियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए किए जा रहे प्रयासों को यूनिसेफ ने की सराहना

Post Comment

You May Have Missed